पंचतंत्र की कहानी: ऊंट के गले में घंटी पंचतंत्र की कहानी: मूर्ख बातूनी कछुआ – murkh batuni kachua वह बार-बार सोचता कि नीचे कूद जाऊ और अपने दोस्तों से जा मिलु परन्तु उसे पेंड का मोह अपनी ओर खींचने लगता, आम रोजाना इसी सोंच में डूबा रहता। हर कार्य को https://lokhitkhabar.com/